The Fact About हिंदी कहानियां That No One Is Suggesting
The Fact About हिंदी कहानियां That No One Is Suggesting
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हिंदी कहानी मजेदार
उसकी गरज के उत्तर में कुए से दुगुनी गरज सुनाई दी, उस गूंज को दुसरे सिंह की गरज समझ कर उसी क्षण कुँए में कूद पड़ा और वही जल में डूबकर मर गया.
कक्षा १,२,३,४,५,६,७,८,९,१० के बच्चों को यह कहानी आप बता सकते हैं.
कुरज की विनती सुनकर ग्वाले को दया आ गईं, उसने खेत के मालिक से कहा- छांटकर एक अच्छी सी गाय लेलो और इस कुरज को छोड़ दो. पर खेत का मालिक अत्यंत लोभी था.
बड़ा टेड़ा प्रश्न था. बड़ा बताएं तो किसे बताएँ. कुछ देर वो सोचकर बोले- इसका उत्तर कल दूंगा.
तब वह बोला- भासुरक कौन हैं ? क्या उसे ज्ञात नही कि यह जंगल तो मेरा हैं ?
कुरज तो आकाश में अद्रश्य हो गईं, उन्दरा पाताल में अद्रश्य हो गया.
इसलिए तुम दोनों अपने घर से भोजन ले आओं, तब तक हम यही बैठे हैं. यह कहकर महात्मा जी एक पेड़ की छांव में बैठ गये.
इससे पहले कि आप आगे पढ़ें अब जबकि मैंने यह किताब पूरी कर ली है, जो कि अब प्रिंट में आने ही जा रही है, आपको बताना ज़रूरी है कि मैं कौन हूँ और यह पुस्तक क्यों लिख रहा हूँ। मैं संयोग से लेखक बना। जीवन ...
आप दोनों ही कल मेरे यहाँ भोजन पर आमंत्रित हो. भोजन के बाद बताउगा की कौन बुद्धि में श्रेष्ट हैं.
राजा ने मंत्री को अपना आधा राज्य भी दे दिया. इसके बाद भी राजा ने उसे बहुत सारी चल अचल सम्पति दी.
पाठशाला के रस्ते में घने पेड़ और झाड़ियाँ थी. पास ही एक जल का नाला बहता था.
चमनपुर गाँव पहाडियों के बिच बसा हुआ हैं, गाँव से थोड़ी दूर पाठशाला थी.
और बोला- मेने किसी की बात नही मानी, अड़ा रहा पर तेरा कहना तो मानना ही पड़ेगा. किन्तु केवल सोने की माला से काम चलने वाला नही हैं
चारों व्यक्ति भी उसके आस-पास बैठे हुए थे.